1. टेलीविज़न..... वह क्या होता है?
एक दिन मोनी दिन में बैठी सोच रही थी की जिस तरह से समय के साथ टेक्नोलॉजी का विस्तार होता जा रहा है ! रोज नए नए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आ रहे है! मेरे देखते ही देखते रेडियो से वीसीआर से टेलीविज़न, और उसके बाद सी डी प्लयेर फिर डीवीडी प्लयेर, और फिर कंप्यूटर और उसके बाद मोबाइल, लैपटॉप, स्क्रीन टच उपकरण, वीडियो कालिंग जैसी नयी चीज़े बढ़ती जा रही है और हम पुरानी चीज़ो को भूलते जा रहे है ! ऐसे लगता है मानो कुछ समय के बाद बच्चों को पता ही नहीं होगा की टेलीविज़न क्या होता है और जब भी कभी भविशय में इसका जीकर होगा तो बच्चे यही पूछेंगे की टेलीविज़न वह क्या होता है?
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Television...What is That? |
2. चिड़िया उड़, तोता उड़
यह बचपन के दिनों का सबसे अच्छा और मस्त खेल था चूकि बच्चे इसे आज भी खेलते है तो मैं भी आपको एक कहानी सुनाती हूँ ! एक बार जब राज की माँ किसी काम से बहार गयी हुई थी तो पड़ोस के बच्चों को वही खेलता हुआ छोड़ गयी ! जब सभी खेल खेल कर बच्चे थक गए तो उन्हें चिड़िआ उड़ का ख्याल आया ! इतने में ही चिंटू की बारी आयी क्योंकि वह बहुत छोटा था तो उसे कुछ सूझ नहीं रहा था और उसने एक एक करके घर की सारी चीज़ो को उड़ाना शुरू कर दिया जिसमें उसने कहा की त्वा उड़, चकला उड़, बेलन उड़, कपड़े उड़ , चप्पल उड़ और उसकी इन मस्ती भरी बातों से सभी बच्चे हंस हंस कर लोट पॉट हो गए !
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