Header Ads Widget

Responsive Advertisement

Sita Ram Sita Ram Sita Ram - सीताराम सीताराम

भगवान श्रीराम का नाम जप लेने से सारे दु:ख और तकलीफ दूर हो जाते हैं। श्रीरामचरित मानस के सुनने से पुण्य मिलता हैं। अध्यात्म और धर्म को धारण करने से शक्ति मिलती हैं, इससे मानसिक और शारीरिक शक्ति का विकास होता हैं। जोकि भौतिक और आध्यात्मिक जीवन को सही ढंग से जीने का सामर्थ्य प्रदान करता है।  तो चलिए भगवान श्री राम का ध्यान एक भजन के द्वारा करते है। 

1. सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये - भजन Sita Ram Sita Ram Sita Ram Kahiye

2. Raghupati Raghav Raja Ram Patit Pavan Sita Ram - रघुपति राघव राजा राम

3.Hum Katha Sunate lyrics - हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम

4. Kausalya dasrath Ke Nandan - कौशल्या दशरथ के नंदन लिरिक्स


1.सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये


मुख में हो राम नाम राम सेवा हाथ में

मुख में हो राम नाम राम सेवा हाथ में

नहिं तू अकेला प्यारे राम तेरे साथ में

विधि का विधान जान

विधि का विधान जान हानि लाभ सहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये


सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये


किया अभिमान तो फिर मान नहीं पायेगा

किया अभिमान तो फिर मान नहीं पायेगा

होगा प्यारे वही जो श्री रामजी को भायेगा

फल आशा त्याग शुभ काम करते रहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये


सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये


ज़िन्दगी की डोर सौंप हाथ दीनानाथ के

ज़िन्दगी की डोर सौंप हाथ दीनानाथ के

महलों मे राखे चाहे झोंपड़ी मे वास दे

धन्यवाद निर्विवाद

धन्यवाद निर्विवाद राम राम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये


सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये


आशा एक रामजी से दूजी आशा छोड़ दे

आशा एक रामजी से दूजी आशा छोड़ दे

नाता एक रामजी से दूजा नाते तोड़ दे

साधु संग राम रंग अंग अंग रंगिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये


सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये 


2. Raghupati Raghav Raja Ram original lyrics -रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम

रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम

सुंदर विग्रह मेघश्याम गंगा तुलसी शालग्राम

भद्रगिरीश्वर सीताराम भगत-जनप्रिय सीताराम

जानकीरमणा सीताराम जयजय राघव सीताराम

रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम

रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम

Raghupati Raghav Raja Ram Lyrics in Hindi

रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम


रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
सीता राम, सीता राम


भज प्यारे तू सीता राम
सीता राम, सीता राम
भज प्यारे तू सीता राम
सीता राम, सीता राम
भज प्यारे तू सीता राम
सीता राम, सीता राम
भज प्यारे तू सीता राम


रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम


इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान
इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान
इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान
इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान
इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान


रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम


जय रघुनंदन, जय सिया राम
जानकी वल्लभ सीता राम
जय रघुनंदन, जय सिया राम
जानकी वल्लभ सीता राम
जय रघुनंदन, जय सिया राम
जानकी वल्लभ सीता राम
जय रघुनंदन, जय सिया राम
जानकी वल्लभ सीता राम
जय रघुनंदन, जय सिया राम
जानकी वल्लभ सीता राम


रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम


इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान
इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान
इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान
इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान
इश्वर अल्लाह तेरो नाम
सब को सन्मति दे भगवान


रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम


सीता राम, सीता राम
भज प्यारे तू सीता राम
सीता राम, सीता राम
भज प्यारे तू सीता राम
सीता राम, सीता राम
भज प्यारे तू सीता राम
सीता राम, सीता राम
भज प्यारे तू सीता राम


रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम


3. Hum Katha Sunate lyrics - हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम

ओम गणाधिपती पते नमः

ओम श्री उमामहेश्वरा भ्याये नमः


वाल्मीकि गुरुदेव के

पद पंकज सिर नाय 

सुमिरे मात सरस्वती

हम पर होऊ सहाय


मात पिता की वंदना

करते बारम्बर

गुरु-जन राजा प्रजाजन

नमन करो स्वीकार


हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की

हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की

ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की


जम्बू द्वीपे भरत खंडे

आर्यावर्ते भारत वर्षे

एक नगरी है विख्यात अयोध्या नाम की

यही जन्म भूमि है परम पूज्य श्री राम की

हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की

ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की

ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की


रघुकुल के राजा धरमात्मा

चक्रवर्ती दशरथ पुण्यात्मा

संतति हेतु यज्ञ करवाया

धर्म यज्ञ का शुभफल पाया


नृप घर जन्मे चार कुमारा

रघुकुल दीप जगत आधारा

चारों भ्रातों के शुभ नामा 

भरत शत्रुघन लक्ष्मण रामा


गुरु वशिष्ठ के गुरुकुल जाके

अल्प काल विध्या सब पाके

पूर्ण हुई शिक्षा रघुवर पूर्ण काम की

हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की

हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की

ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की


मृदु स्वर कोमल भावना

रोचक प्रस्तुति ढंग

एक एक कर वर्णन करे

लव कुश राम प्रसंग

विश्वामित्र महामुनि राई

इनके संग चले दोउ भाई


कैसे राम तड़का मारी

कैसे नाथ अहिल्या तारी

मुनिवर विश्वामित्र तब

संग ले लक्ष्मण राम

सिया स्वयंवर देखने

पहुचे मिथिला धाम


जनकपुर उत्सव है भारी

जनकपुर उत्सव है भारी

अपने वर का चयन

करेगी सीता सुकुमारी

जनकपुर उत्सव है भारी


जनक राज का कठिन प्रण

सुनो सुनो सब कोई

जो तोड़े शिव धनुष को

सो सीता पति होए


को तोड़े शिव धनुष कठोर

सब की दृष्टि राम की ओर

राम विनयगुण के अवतार

गुरुवर की आज्ञा सिरधार

सहज भाव से शिव धनु तोड़ा

जनक सुता संग नाता जोड़ा


रघुवर जैसा और ना कोई

सीता की समता नहीं होई

दोउ करे पराजित कांति कोटी रति काम की

हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की

ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की


सब पर शब्द मोहिनी डारी

मंत्रमुग्ध भए सब नर-नारी

यूं दिन रैन जात है बीते

लव कुश ने सब के मन जीते


वन गमन सीता हरण हनुमत मिलन

लंका दहन रावण मरण

अयोध्या पुनरागमन


सह विस्तार सब कथा सुनाई

राजा राम भए रघुराई


राम राज आयो सुख दायी

सुख समृद्धि श्री घर घर आई


काल चक्र ने घटना क्रम में

ऐसा चक्र चलाया

राम सिया के जीवन में

फिर घोर अंधेरा छाया


अवध में ऐसा ऐसा एक दिन आया

निष्कलंक सीता पे प्रजा ने

मिथ्या दोष लगाया

अवध में ऐसा ऐसा एक दिन आया


चलदी सिया जब तोड़कर

सब नेह नाते मोह के

पाषाण हृदयो में ना

अंगारे जगे विद्रोह के

ममतामयी माओं के

आँचल भी सिमट कर रह गए

गुरुदेव ज्ञान और नीति के

सागर भी घट कर रह गए


ना रघुकुल ना रघुकुल नायक

कोई ना सिया का हुआ सहायक

मानवता को खो बैठे जब

सभ्य नगर के वासी

तब सीता को हुआ सहायक

वन का एक सन्यासी


उन ऋषि परम उदार का

वाल्मीकि शुभ नाम

सीता को आश्रय दिया

ले आए निज धाम


रघुकुल में कुलदीप जलाए

राम के दो सूत सिय ने जाये


श्रोता गण जो एक राजा की पुत्री है

एक राजा की पुत्रवधू हैं

और एक चक्रवती राजा की पत्नी है

वोही महाराणी सीता

वनवास के दुखो में

अपने दिनो कैसे काटती हैं

अपने कुल के गुरुवर और

स्वाभिमान की रक्षा करते हुये

किसी से सहायता मांगे बिना

कैसे अपने काम वो स्वयं करती है

स्वयं वन से लकड़ी काटती है

स्वयं अपना धान कूटती है

स्वयं अपनी चक्की पीसती हैं

और अपनी संतान को

स्वावलंबी बनने की शिक्षा कैसे देती है

अब उसकी करुण झांकी देखिये


जनक दुलारी कुलवधु

दशरथ जी की राजरानी हो के

दिन वन में बिताती हैं

रहती थी घेरे जिसे

दास-दासी आठो यम

दासी बनी अपनी

उदासी को छूपाती है

धरम प्रवीना  सती परम कुलिना  सब

विधि दोष हीना 

जीना दुख में सिखाती हैं


जगमाता हरी-प्रिया लक्ष्मी स्वरूप सिया

कूटती है धान भोज स्वयं बनाती है

कठिन कुल्हाड़ी लेके लकड़िया कांटती है

करम लिखे को पर काट नहीं पाती है


फूल भी उठाना भारी जिस सुकुमारी को था

दु:ख भरी जीवन बोज वो उठाती है

अर्धांगी रघुवीर की वो धरधीर

भर्ती है नीर नीर नैन में ना लाती है


जिसके प्रजाके अपवादों कुचक्रा में

वो पीसती है चक्की स्वाभिमान बचाती है

पालती है बच्चों को वो कर्मयोगिनी के भांति

स्वाभिमानी स्वावलंबी सफल बनाती हैं

ऐसी सीता माता की परीक्षा लेते दुख देते

निठुर नियति को दया भी नहीं आती है


ओ उस दुखिया के राज-दुलारे

हम ही सुत श्री राम तिहारे


ओ सीता माँ की आँख के तारे

लव-कुश है पितु नाम हमारे


हे पितु भाग्य हमारे जागे

राम कथा कही राम के आगे


Title: Hum Katha Sunate Ram Sakal Gun Dham

टीवी Serial: Ramayan (1987)

टीवी Channel: DD National

Singers: Kavita Krishnamurthy, Hemlata, Ravindra Jain

Lyrics: Ravindra Jain

Music: Ravindra Jain

Director: Ramanand सागर

Hum Katha Sunate लिरिक्स


4. कौशल्या दशरथ के नंदन लिरिक्स -  Kaushalya Dashrath Ke Nandan कौशल्या दशरथ के नंदन राम ललाट पे शोभित चंदन भजन

कौशल्या, दशरथ के नंदन
राम ललाट पे शोभित चन्दन
रघुपति की जय बोले लक्ष्मण
राम सिया का हो अभिनन्दन
अंजनी पुत्र पड़े हैं चरण में
राम सिया जपते तन मन में
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। 

राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम ।। 

मेरे तन मन धड़कन में
सिया राम राम है
मन मंदिर के दर्पण में
सिया राम राम है
तू ही सिया का राम
राधा का तू ही श्याम
जन्मो जनम का ही ये साथ है
मीरा का तू भजन
भजते हरी पवन
तुलसी में भी लिखी ये बात है।। 

मंगल भवन अमंगल हारी
द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी

राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम ।। 

मंगल भवन अमंगल हारी
मंगल भवन अमंगल हारी
द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। 

राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम
राम सिया राम, सिया राम
जय जय राम ।। 


sita ram sita ram kahiye lyrics::sita ram sita ram sita ram::raghupati raghav raja ram patit pavan sita ram::hum katha sunate lyrics


Post a Comment

0 Comments